👉 “सरकार ने सराहा कोरबा मॉडल, अब अन्य जिलों में भी लागू होगा यह सिस्टम”
रायपुर में हुई कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में कोरबा जिले के कार्यों की जमकर सराहना हुई। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के क्रियान्वयन में कोरबा ने प्रदेशभर में मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में कहा कि “कोरबा का प्रदर्शन उत्कृष्ट है और इसे अन्य जिलों के लिए आदर्श मॉडल के रूप में अपनाया जा सकता है।”
कलेक्टर अजीत वसंत ने बताया कि जिले में बैगा और कोरवा जैसी विशेष पिछड़ी जनजातियों के बीच सूर्य घर योजना को प्राथमिकता से लागू किया जा रहा है। डीएमएफ फंड के सहयोग से इस योजना की प्रगति लगातार बढ़ रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि पीएम जनमन योजना के तहत बन रहे 700 घरों में सूर्य घर योजना को जोड़ा गया है, जिससे हर परिवार को 60 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है — जिसमें 45 हजार रुपये सरकारी सब्सिडी और 15 हजार रुपये डीएमएफ फंड से मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया कि “पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” का लाभ अधिक से अधिक पात्र परिवारों तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है।
कई महीनों पहले जहां पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने कोरबा कलेक्टर पर सवाल उठाए थे, वहीं अब सरकार ने उनके काम की खुलकर तारीफ की है। यह स्पष्ट संकेत है कि कलेक्टर अजीत वसंत की मेहनत और जमीनी कार्यशैली ने आलोचकों को भी जवाब दे दिया है।


