छत्तीसगढ़ कांग्रेस सत्ता गंवाने के बाद 20 महीने से खींचतान में फंसी है। नेता मंच से एक-दूसरे पर वार कर रहे हैं और गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है।
महंत बोले– अगला चुनाव सिंहदेव के नेतृत्व में।
चौबे ने भूपेश को सबसे ताकतवर बताया।
बैज ने दो टूक कहा– कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व से लड़ेगी।
सिंहदेव ने हार का कारण अधूरे वादे बताए, तो भूपेश बोले– हम काम से नहीं, वोट चोरी से हारे।
महंत ने “चमचों” पर तंज कसा, तो डहरिया बोले– हम कांग्रेस के चमचे हैं।
बिलासपुर में मंच पर *अमरजीत भगत से माइक छीना गया।
नेतृत्व की जंग ने कांग्रेस को विपक्ष में भी असहज कर दिया है, जबकि भाजपा इसे हथियार बना रही है।


