कोरबा। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की 142वीं जयंती पर जिला कांग्रेस कार्यालय, टीपी नगर कोरबा में श्रद्धांजलि एवं स्मरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि डॉ. प्रसाद ने अपनी विशिष्ट क्षमता, सादगी और दूरदृष्टि के साथ भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने कहा—“डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सदियों तक देशवासियों के हृदय में जीवंत रहेंगे।”
अग्रवाल ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. प्रसाद न केवल कुशल प्रशासक थे, बल्कि भारतीय संस्कृति और मूल्यों में पूरी तरह रमे हुए एक आदर्श व्यक्तित्व थे।
प्रदेश कांग्रेस सचिव बी.एन. सिंह ने कहा कि डॉ. प्रसाद द्वारा निभाई गई जिम्मेदारियां हर युग के लिए प्रेरणादायी हैं।
पूर्व जिलाध्यक्ष नत्थूलाल यादव ने उन्हें सच्चे भारतीय जीवन पद्धति के प्रतीक बताते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान आज भी यादगार है।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश राठौर ने कहा कि डॉ. प्रसाद एक सच्चे राष्ट्रवादी, गांधीवादी और प्रखर विधिवेत्ता थे।
वहीं ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज चौहान ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर 12 वर्ष रहने के बाद भी उनकी सादगी में कोई बदलाव नहीं आया। 1962 में पद से मुक्त होने के बाद वे पटना के सदाकत आश्रम में रहे, जहां 28 फरवरी 1963 को उनका निधन हुआ।
कार्यक्रम में पूर्व सभापति श्याम सुंदर सोनी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक देवांगन, नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू, उप नेता प्रतिपक्ष डॉ. रामगोपाल कुर्रे, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी, युवा कांग्रेस अध्यक्ष राकेश पंकज, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ अध्यक्ष नारायण कुर्रे, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष मो. शाहिद समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का योगदान राष्ट्र के लिए अविस्मरणीय है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। संचालन पूर्व सभापति श्याम सुंदर सोनी ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रामगोपाल कुर्रे ने किया।


