📍कोरबा से नारद मुनि न्यूज़ की खास बातचीत
कोरबा। कुछ साल पहले पुलिस विभाग से रिटायर हुए पूर्व पुलिस निरीक्षक चंद्रमा सिंह राजपूत आज भी अपनी ईमानदार और सख़्त कार्यशैली के लिए लोगों के बीच याद किए जाते हैं। अब रिटायरमेंट के बाद वे परिवार और समाज को समय दे रहे हैं। उनकी धर्मपत्नी संजू सिंह राजपूत इस समय कोरबा नगर निगम की महापौर हैं, और यह बात खुद चंद्रमा सिंह राजपूत के लिए गर्व की है।
नारद मुनि न्यूज़ से खास बातचीत में उन्होंने कहा —
> “रिटायरमेंट के बाद जीवन शांत और सुकून भरा हो गया है। अब समाज के बीच रहकर लोगों की सेवा करना अच्छा लगता है। पुलिस की नौकरी में समय की कमी रहती थी, अब परिवार और समाज के लिए वक्त निकाल पा रहा हूँ।”
जब उनसे पूछा गया कि अब लोग आपकी बजाय आपकी धर्मपत्नी, महापौर संजू सिंह राजपूत को ज़्यादा जानते और पूछते हैं, तो मुस्कुराते हुए बोले —
> “पहले लोग मेरी कार्यशैली से प्रभावित थे, अब मेरी पत्नी के काम से हैं। पहले मुझे सम्मान मिलता था, अब उन्हे मिल रहा है। ये हमारे परिवार के लिए गर्व की बात है।”
उन्होंने आगे कहा —
“मैंने हमेशा अपनी ड्यूटी बिना किसी दबाव और डर के निभाई। ईमानदारी और निष्पक्षता ही मेरी पहचान रही। आज भी वही मूल्यों पर कायम हूँ।”
रिटायरमेंट के बाद भी चंद्रमा सिंह राजपूत सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय हैं और शहर के कई जनहित कार्यों से जुड़े हुए हैं। वहीं, महापौर संजू सिंह राजपूत अपने जनसंपर्क और कार्यों से जनता के बीच लोकप्रियता हासिल कर रही हैं।
🔹कोरबा की यह जोड़ी अब ‘कर्तव्य और सेवा’ की पहचान बन चुकी है — एक ने कानून के प्रति निष्ठा निभाई, तो दूसरी जनता के प्रति संवेदनशीलता का उदाहरण बनीं।


