कई वर्षों से कोरबा जिले में रामलीला का मंचन नहीं हो पा रहा था। नई पीढ़ी धीरे-धीरे अपने धर्म और परंपरा से दूर होती जा रही थी। लेकिन इस बार कोरबा नगर निगम ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए घंटाघर चौक में तीन दिवसीय रामलीला महोत्सव आयोजित करने का फैसला लिया है।
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि सांस्कृतिक परंपराओं को फिर से जीवंत करने का अवसर भी देगा। शहरवासियों में लंबे समय बाद रामलीला देखने का उत्साह साफ झलक रहा है।
—
✨ अशोक चलवानी की अहम भूमिका
इस आयोजन को साकार करने में भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सभापति एवं पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक चलवानी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रही है। उनकी पहल और प्रयासों के कारण नगर निगम ने यह ऐतिहासिक आयोजन करने का निर्णय लिया।
—
🙏 जनता की मांग – घंटाघर चौक बने “रामलीला चौक”
नारद मुनि न्यूज़ और कोरबा की जनता की ओर से मांग उठाई गई है कि कोरबा महापौर संजू सिंह राजपूत और प्रदेश सरकार के मंत्री लखन लाल देवांगन जी पहल करें और घंटाघर चौक का नाम बदलकर “रामलीला चौक” रखा जाए।
यदि यह मांग पूरी होती है तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यह चौक सिर्फ एक स्थान नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बनेगा।
—
👉 आने वाले तीन दिन कोरबा के लिए ऐतिहासिक साबित होंगे, जब मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की गाथा पूरे शहर में गूंजेगी और घंटाघर चौक को नई पहचान मिलेगी।


