कोरबा। उरगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत हसदेव नदी पर बना कुदुरमाल पुल पूरी तरह बंद कर दिया गया है। पुल की हालत बेहद खराब होने का खुलासा सर्वे टीम की जांच में हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पुल पर वाहनों और पैदल आवाजाही दोनों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
🔍 सर्वे रिपोर्ट में बड़ा खुलासा—पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है
शनिवार को जब तकनीकी टीम हसदेव नदी में उतरकर पुल की वास्तविक जांच कर रही थी, तब पता चला कि 50 साल पुरानी इस संरचना में कई जगह गंभीर दरारें और कमजोरी आ चुकी है। रिपोर्ट में साफ चेतावनी दी गई कि यह पुल कभी भी ढह सकता है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने उरगा थाना को तुरंत निर्देश जारी किए और पुल पर बैरिकेडिंग कर रास्ता सील कर दिया गया।
🚧 भारी वाहनों के अत्यधिक दबाव ने बढ़ाई परेशानी
सर्वमंगला कनवेरी मार्ग को उरगा से जोड़ने वाला यह पुल लंबे समय से भारी वाहनों के दबाव को झेल रहा था। लगातार भार से पुल की आधार संरचना कमजोर पड़ती गई। समय रहते खतरे का पता चल गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि पुल की मरम्मत व तकनीकी पुनर्निर्माण में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा।
🚦 ट्रैफिक के लिए वैकल्पिक मार्ग जारी
हल्के वाहन कोरबा के अन्य मार्गों से होकर आसानी से आवागमन कर सकेंगे।
भारी वाहन दर्री, ध्यानचंद चौक, रिंग रोड और बालकों मार्ग होते हुए उरगा की ओर जाएंगे।
⚠ प्रशासन अलर्ट—बोर्ड लगाए गए, जिले को सूचना भेजी
पीडब्ल्यूडी अधिकारी नरेंद्र मिश्रा ने बताया कि पुल की उम्र 50 वर्ष से अधिक है और इसकी स्थिति अत्यधिक जर्जर हो चुकी है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्ग पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं और उरगा थाना, चौकी समेत पड़ोसी जिला जांजगीर-चांपा को भी सूचना भेज दी गई है।
इस मार्ग से बिलासपुर, रायपुर और आसपास के क्षेत्रों के भारी वाहन बड़ी संख्या में गुजरते थे, जिससे पुल पर लगातार दबाव बढ़ रहा था। अब प्रशासन वैकल्पिक मार्गों को सुचारू रखने की तैयारी में जुटा है।


